

मंजिले उन्हें मिलती हैं। जिनके सपनों मे जान होती है।।
सिर्फ पंखो से कुछ नही होता। हौंसलों से उड़ान होती है।।
इस वाक्य को सिद्ध कर दिखाया देवभूमि उत्तराखंड (जिला अल्मोड़ा) के एक दूरस्थ गांव के निवासी हरीश गैरा जी ने.
इनका बचपन से ही एक सपना था भारतीय सेना में जाने का, जिसके लिए उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई एवं कठिन परिश्रम किया, किंतु भारतीय सेना मैं उनका चयन नहीं हो पाया। और वे अपना सपना पूरा नहीं कर पाए। किंतु उन्होंने कठिन परिश्रम करना नहीं छोड़ा। अपने जीवन का सफर इन्होंने बहुत छोटी नौकरी के साथ किया, शायद जितना लोग एक यां दो दिन में कमाते हैं, उतनी इनकी 1 महीने की तनख्वाह थी, किंतु इन्होंने फिर भी काफी लगन एवं मन लगाकर काम किया। धीरे धीरे ये आगे बढ़ते गए । फिर इन्होंने अपना खुद का बिजनेस शुरू किया। अपनी कड़ी मेहनत,ईमानदारी, एवं उत्कृष्ट व्यवहार के चलते इन्होंने सफलता की अनेकों श्रेणियां पार की। और सदैव शीर्ष स्थान पर रहे। आज देश में ही नहीं वरण विदेशों में भी इनके नाम एवं कार्य के चर्चे हैं।।
बहुत लंबे समय से ये पहाड़ों से दूर हैं, और इनका बचपन भी अधिकतर पहाड़ों से दूर की गुजरा है, फिर भी ये हमेशा अपने दिल में पहाड़ को बसाए हुए हैं
इन्होंने कभी भी पहाड़ को अपने दिल से दूर नहीं किया और यह हमेशा से अपनी संस्कृति और अपनी परंपराओं पर गर्व करते हैं, जिसके चलते इन्होंने संकल्प बुरांश नामक प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की है। जिसके माध्यम से ये अपनी संस्कृति और सभ्यता को देश-विदेशों तक पहुंचाना चाहते हैं। और अनेकों कलाकारों को मंच प्रदान कर रहे हैं। आज वास्तविक रूप से समाज को आप जैसे महान लोगों की बहुत आवश्यकता है.
“मेरा सौभाग्य है कि इतनी महान हस्ती से रूबरू होने का अवसर मिला और सर ने मुझ पर भरोसा जताते हुए अपने इस प्रोडक्शन हाउस में मुझे अपना भागीदार बनाया, इसके लिए मैं दिल की गहराइयों से आपका धन्यवाद अदा करता हूं. और मैं सदैव संकल्प बुरांश प्रोडक्शन हाउस और अपने उत्तराखंड को अपना बेहतर देने की भरपूर कोशिश करूंगा। और आपने जो भरोसे के साथ इतना बड़ा दायित्व मुझे सौंपा है उस पर मैं सदैव अडिग रहूंगा और आपके भरोसे को सदैव कायम रखूंगा. –अनिल सिंह पानू।
Sankalp Buransh Films से गायक आशीष चमोली का नया पहाड़ी गीत ‘घनघोर माया’ एक जनवरी को रिलीज हुआ है। साल के पहले दिन रिलीज हुए इस उत्तराखंडी लव सॉन्ग को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। इस गीत को अब तक 150000 बार देखा जा चूका है और 3000 से ज्यादा लोगों ने इस गीत पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गीत में आशीष चमोली के साथ आस्था सिंह ने आवाज दी है। एक्टिंग में ख़ुशी घतियारी ने बेहतरीन काम किया है। संगीत यमञ्जीत मंगोली जी का है। एक बार आप भी इस गीत को जरूर देखें, पसंद आये तो शेयर भी करें।
वाकई है हरीश सर ने कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते पर सफलताओं की अनेकों श्रेणीयां प्राप्त की है।
हरीश सर अनेकों युवाओं के लिए एक आदर्श बनकर सामने आए हैं। युवा पीढ़ी को हरीश सर से बहुत कुछ सीख लेने की आवश्यकता है । सलाम है हरीश सर आपकी मेहनत आपके हौसले और आपके जज्बे को 🙏🙏❤️💐
श्री हरीश गैड़ा जी,,हमें बहुत ज्यादा गर्व है कि आपने अपने जीवन में चल रही कठिनाइयों पर सफलता प्राप्त कर एवं भरसक प्रयास कर खुद को उच्च शिखर तक पहुँचाया और अब आप उत्तराखंड के हित के लिए इतना बड़ा योगदान दें रहे हैं तथा प्रत्येक क्षेत्र में कुशल व्यक्ति एवं सदा दूसरे इंसान के हितैषी श्री अनिल सिंह पानू जी को अपना सहभागी चुनकर, उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने में चार चाँद लगा दिए ,, आप दोनों महापुरुषों को मैं सलाम करता हूँ, भगवान् आपको इसी प्रकार हितकारी कार्य करने की अतुल्य शक्ति दे ।
श्री हरीश गैड़ा जी,,हमें बहुत ज्यादा गर्व है कि आपने अपने जीवन में चल रही कठिनाइयों पर सफलता प्राप्त कर एवं भरसक प्रयास कर खुद को उच्च शिखर तक पहुँचाया और अब आप उत्तराखंड के हित के लिए इतना बड़ा योगदान दें रहे हैं तथा प्रत्येक क्षेत्र में कुशल व्यक्ति एवं सदा दूसरे इंसान के हितैषी श्री अनिल सिंह पानू जी को अपना सहभागी चुनकर, उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने में चार चाँद लगा दिए ,, आप दोनों महापुरुषों को मैं सलाम करता हूँ, भगवान् आपको इसी प्रकार हितकारी कार्य करने की अतुल्य शक्ति दे ।🙏🙏
श्री हरीश गैड़ा जी,,हमें बहुत ज्यादा गर्व है कि आपने अपने जीवन में चल रही कठिनाइयों पर सफलता प्राप्त कर एवं भरसक प्रयास कर खुद को उच्च शिखर तक पहुँचाया और अब आप उत्तराखंड के हित के लिए इतना बड़ा योगदान दें रहे हैं तथा प्रत्येक क्षेत्र में कुशल व्यक्ति एवं सदा दूसरे इंसान के हितैषी श्री अनिल सिंह पानू जी को अपना सहभागी चुनकर, उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने में चार चाँद लगा दिए ,, आप दोनों महापुरुषों को मैं सलाम करता हूँ, भगवान् आपको इसी प्रकार हितकारी कार्य करने की अतुल्य शक्ति दे ।🙏🙏( सन्तोष चन्द)
श्री हरीश गैड़ा जी,,हमें बहुत ज्यादा गर्व है कि आपने अपने जीवन में चल रही कठिनाइयों पर सफलता प्राप्त कर एवं भरसक प्रयास कर खुद को उच्च शिखर तक पहुँचाया और अब आप उत्तराखंड के हित के लिए इतना बड़ा योगदान दें रहे हैं तथा प्रत्येक क्षेत्र में कुशल व्यक्ति एवं सदा दूसरे इंसान के हितैषी श्री अनिल सिंह पानू जी को अपना सहभागी चुनकर, उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने में चार चाँद लगा दिए ,, आप दोनों महापुरुषों को मैं सलाम करता हूँ, भगवान् आपको इसी प्रकार हितकारी कार्य करने की अतुल्य शक्ति दे। जय देवभूमि जय उत्तराखंड